एम. एस. सुब्बालक्ष्मी : सुरों में संगीत

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एम. एस. सुब्बालक्ष्मी का जन्म सितंबर, 1916 में हुआ था.


उनका पूरा नाम मदुरै शण्मुखवडिवु सुब्बालक्ष्मी था.

उनका पहला एलबम केवल दस वर्ष की उम्र में आया था.

बचपन में ही कर्नाटक संगीत में रम गयी थीं जिसके लिए उन्हें प्रसिद्धि भी मिली.

सुब्बालक्ष्मी पहली भारतीय हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ की सभा में संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किया.

1974 में उन्हें ‘रेमन मेगसेसे’ पुरस्कार प्राप्त हुआ.

1990 में राष्ट्रीय एकता के लिए उन्हें इंदिरा गांधी अवार्ड दिया गया.

सुब्बालक्ष्मी ने कन्नड़ के अलावा हिंदी, संस्कृत, तमिल, बंगाली, मलयालम, तेलुगू और गुजराती में भी गीत गाए.

वे भारत की पहली गायिका थीं जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.

पं. जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें ‘संगीत की रानी’ बताया तथा लता मंगेशकर ने उन्हें 'तपस्विनी' कहा है.

भारत रत्न, पद्मविभूषण, पद्म भूषण, संगीत नाटक अकादमी सम्मान, रैमन मैग्सेसे सम्मान

निधन : 88 साल की उम्र में एम.एस. सुब्बालक्ष्मी 11 दिसंबर, 2004 का निधन हुआ.

-समय पत्रिका.  

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