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राजकमल प्रकाशन 'मंटो' के जीवन पर आधारित फ़िल्म का 'पब्लिशिंग पार्टनर’ भी है. |
दिल्ली और एनसीआर में रहनेवाले अनेक बुद्धिजीवियों और सुधी दर्शकों के लिए किए गए इस प्रदर्शन का उद्देश्य मंटो को लेखक और व्यक्ति के रूप में नजदीक से परिचित कराना था। ज्ञात हो कि राजकमल प्रकाशन इस फिल्म का 'पब्लिशिंग पार्टनर’ भी है। फिल्म के साथ ही राजकमल ने मंटो की पन्द्रह चुनिन्दा कहानियों का एक संकलन हिन्दी और अंग्रेज़ी में प्रकाशित किया है जिसके लिए कहानियों का चुनाव 'मंटो’ की निर्देशक नंदिता दास ने ही किया है। यह चयन उनकी मंटो-दृष्टि का परिचायक है और फिल्म के प्रोडक्शन हाउस तथा राजकमल के संयुक्त प्रयास के रूप में प्रकाशित हुआ है। फिल्म-प्रदर्शन के साथ इन पुस्तकों की प्रदर्शनी भी की गई।
राजकमल प्रकाशन के प्रबन्ध निदेशक अशोक महेश्वरी ने इस मौके पर कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हम पब्लिशिंग पार्टनर के रूप में मंटो के जीवन पर बनी इस फिल्म से जुड़े हैं। इसके साथ आई पुस्तक इस फिल्म को और मंटो को समझने में सहायक होगी।
राजकमल प्रकाशन के मार्केटिंग हेड अलिंद महेश्वरी ने कहा कि मंटो हमारे समय के लिए प्रासंगिक और प्रतिनिधि लेखक हैं, उन्हें अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाना हमारा उद्देश्य है। यह फिल्म इस दिशा में एक बड़ा कदम है। यही वजह है कि हम इस फिल्म को अपनी ओर से भी दर्शकों तक लेकर गए हैं।
पैसिफिक मॉल के कार्निवल सिनेमा की स्क्रीन-3 के खचाखच भरे सभागार में मौजूद लेखकों, समीक्षकों और साहित्य तथा सिने-प्रेमियों ने राजकमल प्रकाशन की इस पहल को सराहते हुए इसका स्वागत किया।