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शीला डागा की पुस्तक ‘किन्नर गाथा' का लोकार्पण व परिचर्चा का आयोजन किया. |
मंच पर वरिष्ठ लेखक हरियश राय, वाणी प्रकाशन ग्रुप के प्रबन्ध निदेशक अरुण माहेश्वरी, प्रसिद्ध निर्देशक एवं नाटककार अरविन्द गौड़ और सूर्यनाथ सिंह आदि विद्वान उपस्थित रहे।
सामान्यतः कार्यक्रम किन्नर वर्ग के सामाजिक सरोकार पर आधारित रहा। लेखिका शीला डागा किन्नर वर्ग के अस्तित्व को लेकर सामाजिक सरोकारों से जुड़ी रही हैं। यह सही है कि आज भी इस ख़ास वर्ग का समाज में कोई सम्मान नहीं है। वाणी प्रकाशन ग्रुप के प्रबन्ध निदेशक अरुण माहेश्वरी ने महत्त्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा कि किन्नर हमारे सुख-दुख का अंग हैं। वहीं अरविन्द गौड़ ने कहा कि जिन्हें अपने पेट को भरने के लिए देह बेचनी पड़ती है। आज इस समुदाय का आन्दोलन एक ख़ास पहचान लिए हुए है। वक्त बदल रहा है, वक्त के साथ समाज भी बदल रहा है।
कार्यक्रम का समापन करते हुए वाणी प्रकाशन ग्रुप के प्रबन्ध निदेशक अरुण माहेश्वरी ने कहा कि यह ‘किन्नर गाथा’ वर्तमान सन्दर्भ में बहुत महत्त्वपूर्ण है।