‘इश्क़ मुबारक’ के लिए कुलदीप राघव को हिंदुस्तानी अकादमी का युवा लेखन पुरस्कार

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इससे पहले कुलदीप राघव को 100 इंस्‍पारिंग ऑथर्स ऑफ इंडिया अवॉर्ड से नवाजा गया था.

हिंदुस्तानी एकेडमी, प्रयागराज की ओर से गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान समेत आठ पुरस्कारों की घोषणा बृहस्पतिवार को की गई। प्रतिवर्ष दिए जाने वाले इन सम्‍मानों में बेस्‍टसेलर लेखक कुलदीप राघव को उनके उपन्‍यास ‘इश्क मुबारक’ के लिए 11 हजार रुपये का हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन सम्मान (कथा) प्रदान किया जाएगा।

कुलदीप राघव युवाओं के बीच खास लोकप्रिय हैं। वह नरेंद्र मोदी-एक शोध एवं आईलवयू (उपन्‍यास) जैसी पुस्‍तकें लिख चुके हैं। इससे पहले उन्‍हें 100 इंस्‍पारिंग ऑथर्स ऑफ इंडिया अवॉर्ड से नवाजा गया था।

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रेडग्रैक बुक्‍स द्वारा प्रकाशित कुलदीप राघव की पुस्‍तक 'इश्‍क मुबारक' इसी वर्ष जनवरी में रिलीज हुई थी और यह अमेजन बेस्‍ट सेलर पुस्‍तक बनी। इस पुस्‍तक की पांच हजार से अधिक प्रतियां प्रकाशित हो चुकी हैं। कुलदीप वर्तमान में नोएडा रहते हैं और मूलरूप से खुर्जा के रहने वाले हैं। हिंदुस्‍तानी अकादमी के अध्यक्ष डॉ. उदय प्रताप सिंह ने गुरुवार को पुरस्‍कारों की घोषणा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद चयनित रचनाकारों को मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ सम्मानित करेंगे।

वहीं इस बार एकेडमी की ओर से दिए जाने वाले सबसे प्रतिष्ठित गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान गोरखपुर के डॉ प्रदीप कुमार राव को प्रदान किया जाएगा। राव को उनकी कृति ‘गुरु गोरक्षनाथ एवं आदिकालीन साहित्य’ पर कार्य के लिए पांच लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। 2.50 लाख रुपये का गोस्वामी तुलसी दास सम्मान ‘रामचरित मानस की पांडुलिपियां’ पुस्तक के लिए संयुक्त रूप से पांडुलिपि विशेषज्ञ उदयशंकर दुबे व बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो विजयनाथ मिश्र को प्रदान किया जाएगा। इसी तरह ‘धर्मचक्र’ पुस्तक पर दो लाख रुपये का भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान शहर के ही डॉ विजयानंद को दिया जाएगा।

इसी तरह ‘हिंदी भाषा के आयाम’ पुस्तक पर दो लाख रुपये का महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान मऊ के डॉ सर्वेश पांडेय को देने का निर्णय लिया गया है। एक लाख रुपये का फिराक गोरखपुरी सम्मान अंबेडकर नगर के रामसहाय मिश्र कोमल शास्त्री को दिया जाएगा।यह सम्मान उनको उनकी कृति ‘वक्त के बाजार में’ के लिए प्रदान किया जाएगा। इसी तरह इस बार का कुंभनदास ब्रजभाषा सम्मान हाथरस के भोजराज सिंह भोज को देने का निर्णय लिया गया है। यह पुरस्कार उनको ‘अन्नदाता-किसान’ पुस्तक के लिए दिया जाएगा। इसी तरह लखनऊ की गरिमा सक्सेना को उनकी काव्य रचना ‘मैं छिपा सूरज कहां’ के लिए 11 हजार रुपये के हिंदुस्तानी एकेडमी युवा लेखन सम्मान(कविता) से नवाजा जाएगा।