दिल्ली पुस्तक मेला : वाणी प्रकाशन के 'साहित्य घर' में नई पुस्तकों का लोकार्पण

पुस्तक मेला : वाणी प्रकाशन के 'साहित्य घर' में नई पुस्तकों का लोकार्पणनयी दिल्ली के प्रगति मैदान के परिसर में चलने वाले विश्व पुस्तक मेला 2023 के अवसर पर वाणी प्रकाशन ग्रुप के ‘साहित्य घर उत्सव’ में दूसरे दिन भी कई नई पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। अनामिका जी के उपन्यास ‘तृन धरि ओट’, अलका सरावगी का उपन्यास ‘गाँधी और सरलादेवी चौधरानी : बारह अध्याय’, गरिमा श्रीवास्तव का उपन्यास ‘आऊशवित्ज़ एक प्रेम कथा’ और तजेन्द्र सिंह लुथरा का कविता संग्रह ‘एक नया ईश्वर’ का लोकार्पण किया गया।

‘आऊशवित्ज़ एक प्रेम कथा

कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम अनामिका जी के उपन्यास ‘तृन धरि ओट’ के लोकार्पण से हुई जिसमें गरिमा श्रीवास्तव, निशा नाग, ने अपने विचार भी व्यक्त किए। इसके बाद अनामिका ने अपने उपन्यास ‘तृन धरि ओट’ के विषय में पाठकों के समक्ष अपने विचार रखे। विनिता अस्थाना ने मंच का संचालन किया।

‘गाँधी और सरलादेवी चौधरानी : बारह अध्याय’

कार्यक्रम के अगले क्रम में अलका सरावगी ने अपने उपन्यास ‘गाँधी और सरलादेवी चौधरानी : बारह अध्याय’ की रचना प्रक्रिया के विषय में बताया कि कैसे उन्होंने एक गुमनाम पात्र जिन्हें गाँधी जी आपनी आध्यामिक पत्नि मानते थे लेकिन इतिहास में कहीं भी उनका नाम दर्ज नहीं पाता इसी बात ने मुझे सरलादेवी पर उपन्यास लिखने के लिए प्रेरित किया।”

तत्पश्चात वहां मौजूद वक्ताओं ने अलका जी को बधाई दी और उनके उपन्यास के विषय में अपनी अपनी बातें रखी। लाचारगी से ही निर्भीकता उत्पन्न होती है और इसे एक इतिहात चेतना बताया। रवींद्र त्रिपाठी, गरिमा त्रिपाठी, अभयकुमार दुबे ने भी इस मौके पर अपने विचार व्यक्त किए ।

अगले चरण की ओर बढ़ते हुए कथाकार आलोचक गरिमा श्रीवास्तव के उपन्यास ‘आऊशवित्ज़ एक प्रेम कथा’ का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर कथाकार अनामिका, अलका सरावगी, रवींद्र त्रिपाठी ने उपन्यास पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन पवन साव ने किया।

उपन्यास ‘तृन धरि ओट’

अगले कार्यक्रम के रूप में तजेन्द्र सिंह लूथरा के कविता संग्रह ‘एक नया ईश्वर’ का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम का  संचालन करते ओम निश्चल ने तजेन्द्र सिंह लूथरा  के काव्य संग्रह पर विस्तार से अपनी बात रखी। और कविता के संदर्भ में कहा ‘मनुष्य या तो कवि होता है या तो नही होता है।’ औऱ यह भी कहा की “सूक्ष्म से सूक्ष्मतम होने का काम केवल कवि करता है।“ अनामिका ने ‘एक नया ईश्वर’ की कविताओं को लीक से हट कर लिखी गई कविताएं बताया। इस अवसर पर तजेन्द्र सिंह लूथरा ने संग्रह से कुछ कविताओं का पाठ किया। इसी के साथ जिन पुस्तकों का लोकार्पण हुआ उसके पोस्टर भी जारी किए गए।

वाणी प्रकाशन ग्रुप से प्रकाशित लेखिका व प्रशासनिक अधिकारी मुग्धा सिंहा के कविता संग्रह ‘क्या कहूँ मैं , मैं कौन हूँ ’ का लोकार्पण हॉल नम्बर-2 के लेखक मंच पर किया गया। जिस पर वरिष्ट पत्रकार रामबहादुर राय एवं अदिति माहेश्वरी गोयल, मोहित गुप्ता ने अपने विचार रखे। जिसमें बड़ी संख्या में पाठकों और युवाओं की उपस्थिति रही।

सभी कार्यक्रमों का आयोजन वाणी प्रकाशन ग्रुप के ‘साहित्य घर’ मंच पर हुआ जिसमें अतिथियों का स्वागत अरुण माहेश्वरी एवं अदिति माहेश्वरी गोयल ने शॉल उढ़ाकर किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पाठक मौजूद रहे।