'यह समय अपने भीतर के आलोचक को बचाने का है' - शंभुनाथ

विश्व पुस्तक मेला 2023

नयी दिल्ली के प्रगति मैदान परिसर में हो रहे विश्व पुस्तक मेला 2023 के अवसर पर वाणी प्रकाशन ग्रुप के ‘साहित्य घर उत्सव’ में तीसरे दिन कई नई पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। गोपेश्वर जी की पुस्तक ‘आलोचना का अवलोकन’, प्रतिष्ठित आलोचक और सम्पादक शंभुनाथ की तीन नयी आलोचनात्मक पुस्तकें ‘भक्ति आंदोलन और उत्तर-धार्मिक संकट’, ‘भारतीय नवजागरण एक असमाप्त सफर’ और  ‘हिन्दी नवजागरण भारतेंदु और उनके बाद’, दिव्या माथुर का उपन्यास ‘तिलिस्म’, वंदना यादव का भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित उपन्यास ‘शुद्धि’, युवा कवि एवं उपन्यासकार लवली गोस्वामी का पहला तिलिस्मी उपन्यास ‘वनिका’, पूनम अरोड़ा का रज़ा फाउंडेशन के साथ प्रकाशित कविता संग्रह ‘कामनाहीन पत्ता’ और युवा कवि मोहित कटारिया का कविता संग्रह ‘कच्चे रंग’ औऱ साथ ही चर्चित कलाकार व कवि राजेश तैलंग के कविता संग्रह ‘चाँद पे चाय’ के दूसरा संस्करण का भी लोकार्पण हुआ।

विश्व पुस्तक मेला 2023

मिर्जापुर, डेल्ही क्राइम, देव, हजार चौरासी की माँ आदि फिल्मों एवं वेब सीरीज़ में काम करने वाले अभिनेता राजेश तैलेंग का काव्य संग्रह ‘चांद पे चाय’ का दुसरे संस्करण  का लोकार्पण किया गया। उन्होंने अपने एक अभिनेता से कवि बनने के सफर के बारे में बताया। अपने कविता संग्रह के लिए पत्रकार सौरभ द्विवेदी,  अरुण माहेश्वेरी, अदिति माहेश्वरी गोयल एवं अन्य श्रोता गणों का आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी निरुपमा कोटरु ने राजेश तेलंग की कविताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि “उनकी कविताएँ जीवन के हर पक्ष को छूती हैं।” कार्यक्रम में पाठकों ने कतार लगाकर राजेश तेलंग से उसकी पुस्तकों पर हस्ताक्षर लिए।

विश्व पुस्तक मेला 2023

गोपेश्वर सिंह की नयी पुस्तक ‘आलोचना का अवलोकन’ का लोकार्पण हुआ जिसमें प्रतिष्ठित आलोचक और सम्पादक शंभुनाथ ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होनें कहा कि “यह समय अपने भीतर के आलोचक को बचाने का है हर नागरिक को न सिर्फ अति आत्ममुग्धता से बचना चाहिए बल्कि आवारा भीड़ का हिस्सा बनने से भी खुद को बचाना चाहिए। इसी प्रतिबद्धता के साथ गोपेश्वर जी का विराट आलोचनात्मक जीवन विमर्श और विषयों की विविधता का कोलाज है।” इसके तत्पश्चात गोपेश्वर जी ने अपनी पुस्तक ‘आलोचना का अवलोकन’ के विषय में पाठकों के समक्ष अपने विचार रखे। युवा आलोचक और अध्यापक राजेश राव ने मंच का संचालन किया।

कार्यक्रम के अगले क्रम में दिव्या माथुर के उपन्यास ‘तिलिस्म’ का लोकार्पण हुआ। उपन्यास के विषय में  गीताश्री ने बताया कि आजादी के बाद पैदा हुई पीढ़ी के बहुमुद्दों को लेकर चलाने वाला उपन्यास है। केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी, डॉ. मधु चतुर्वेदी, लेखिका व प्रस्तोता अलका सिन्हा, इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय की उपप्रधानाचार्य रेखा सेठी, और चर्चित कहानीकार अनुज ने उपन्यास की सार्थकता पर अपनी बात रखी। जिसमें मधु चतुर्वेदी ने बताया की “यह उपन्यास सामाजिक विरोधाभासों का वर्णन बारीकी से करता है।” वरिष्ठ लेखक डॉ. राजेश कुमार द्वारा मंच का संचालन किया गया।

विश्व पुस्तक मेला 2023

अगले चरण की ओर बढ़ते हुए प्रतिष्टित आलोचक और सम्पादक शंभुनाथ कि तीन पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ आलोचक व दिल्ली विश्वविद्यालय के अध्यापक गोपेश्वर सिंह, मृत्युंजय ने उपन्यास के विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। और गोपेश्वर सिंह ने बताते हुए कहा कि नवजागरण पर किए गए हुए कार्य की प्रशंसा करते हुए रामविलास शर्मा के बाद शंभूनाथ तो महत्वपूर्ण बताया।

अगले कार्यक्रम के रूप में वन्दना यादव की पुस्तक ‘शुद्धि’ का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते डॉ. महेंद्र प्रजापति ने वन्दना यादव के उपन्यास पर विस्तारपूर्वक अपनी बात रखी और उपन्यास  के संदर्भ को पाठकों से परिचित करवाया। इस अवसर पर वन्दना यादव ने उपन्यास के नाम की सार्थकता उसके पीछे के मंशा को पाठक के साथ साझा किया। और बताया की “मुझे वह लिखना है जो मुझे प्रताड़ित करता है” और यह भी बताया कि उन्होंने अपने उपन्यास के मुख्य किरदार के रुप में अपनी नानी का ही प्रतिरुप लिया है। इसी के साथ जिन पुस्तकों का लोकार्पण हुआ उसके पोस्टर भी जारी किए गए।

विश्व पुस्तक मेला 2023

तत्पश्चात युवा कवि एवं उपन्यासकार लवली गोस्वामी की पुस्तक ‘वनिका’ का लोकार्पण किया गया जिसमें वहां मौजूद वक्ता वरिष्ट कवि मदन कश्यप, युवा कवि पूनम अरोड़ा, और उपन्यासकार अणुशक्ति सिंह ने पुस्तक के संदर्भ में पाठकों के समक्ष अपने विचार रखें। कार्यक्रम में पूनम अरोड़ा की पुस्तक कामनाहीन पत्ता का लोकार्पण हुआ।  

युवा कवि मोहित कटारिया की पुस्तक ‘कच्चे रंग ’ का लोकार्पण किया गया। पाठकों के समक्ष अपने काव्य संग्रह की कविता का काव्य पाठ किया। इसी के साथ मोहित कटारिया ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया। मंच संचालन युवा कवि लवली गोस्वामी ने किया।  

सभी कार्यक्रमों का आयोजन वाणी प्रकाशन ग्रुप के ‘साहित्य घर’ मंच पर हुआ जिसमें अतिथियों का स्वागत अरुण माहेश्वरी एवं अदिति माहेश्वरी गोयल ने शॉल उढ़ाकर किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पाठक मौजूद रहे।